Solan jatoli mahadev temple



Jatoli Shiv Temple Solan Himachal Pradesh: यूं तो हिमाचल में अनेक शिव मंदिर हैं, लेकिन सोलन जिले के जटोली में स्थित भगवान भोलेनाथ का मंदिर सबसे अलग है। दक्षिण द्रविड़ शैली में बना यह मंदिर नक्काशी का अद्भुत और बेजोड़ नमूना है। यही वजह है कि शिव भक्तों और स्वामी परमहंस की महानता लोगों को हिमाचल के सोलन जिले की ओर खींच लाती है।

गुजरात से लाए गए इस शिवलिंग की कीमत ही 17 लाख रुपए है। यह शिवलिंग स्फटिक मणि पत्थर का बना है। स्फटिक मणिको सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। यह पत्थर सूरज की किरणों को सबसे पहले अपनी ओर आकर्षित करता और उन्हें अपने आसपास मौजूद भक्तजनों को वापस सकारात्मक ऊर्जा आशीर्वाद स्वरूप देता है। यहां सूर्योदय के समय मूर्ति के निकट बैठकर अलग ही अनुभूति होती है। हजारों भक्तों ने अब जटोली मंदिर को ही अपना चार धाम मान लिया है। यहां पहला धाम कुटिया, दूसरा धाम-सुखताल कुंड, तीसरा धाम समाधि और फिर चौथा धाम शिवालय मंदिर को माना जाता है।


ऐसा माना जाता है कि कई लोग अब इन्हीं की यात्रा करके चार धाम स्वीकार करने लगे हैं। स्वामी परमहंस ने अपने तप के बल से जो जलकुंड तैयार किया है, जिसमें अब लोगों की अगाध आस्था है। लोग इसके पानी को चमत्कारी मानते हैं, जो किसी भी तरह की बीमारी को ठीक करने के लिए सक्षम है। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति मंदिर में सात रविवार नियमित रूप से आता है उसकी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। यहां महाशिवरात्रि को भारी संख्या में भक्त उमड़ते हैं.


 

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